आचार्य चाणक्य पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. उन्होंने अपनी जीवन के अनुभवों को चाणक्य नीति में लिखा है 

चाणक्य ने एक ऐसी चीज बताई है जो धन से भी ऊपर है, ये जिसके पास हो वह मुसीबतों से घबराता नहीं

सकारात्मक रहेंगे तो मुश्किलों को दूर करने में अधिक समय नहीं लगेगा. 

चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति ज्ञान प्राप्ति में कभी झिझक नहीं करता है उसे दुख के बादल छू भी नहीं सकते 

चाणक्य ने धनवान से  ज्यादा ज्ञानी और बुद्धिजीवी को श्रेष्ठ मनुष्य माना है. ज्ञान व्यक्ति हर जगह सम्मानीय है  

चाणक्य कहते हैं कि विद्या अर्जित करना उस कामधेनु गाय के समान है जो मनुष्य को हर मौसम में अमृत प्रदान करती है 

ज्ञान और अनुभव एक सिक्के के दो पहलू हैं. इंसान को ज्ञान तो होता है लेकिन अनुभव तभी मिलता है जब वो उस स्थिति में जिए 

मनुष्य अच्छे और बुरे में बेहतर ढंग से फर्क करने में कामयाब होता है. मनुष्य की जिंदगी में जितना ज्ञान जरूरी है उतना ही अनुभव भी