पुणे,महाराष्ट्र:- Salute to Nari Shakti महिला सशक्तिकरण को सलाम! महिला किसी भी बात में अब पुरुषों से पीछे नहीं है।। बस उनको एक मौका मिल जाए तो मुश्किल से मुश्किल घड़ी में आसानी से रास्ता निकाल लेती हैं। कुछ ऐसी ही वीरता की मिसाल पेश करने वाली खबर महाराष्ट्र के पुणे से सामने आई है, जहां एक महिला ने अपनी सूझबूझ और हिम्मत से 24 लोगों की जिंदगी बचा ली। क्योंकि वह जिस बस में सफर कर रही थी, उसके ड्राइवर को अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया और वो गिर पड़ा। बस बस अनियंत्रित होकर खाई में गिरने वाली तभी पास की सीट पर बैठी एक महिला ने फुर्ती दिखाते हुए स्टेरिंग संभाल ली और हादसा होने से बस को बचा लिया।
यूं लोगों को मौत के मुंह से बचा लाई महिला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुणे के वाघोली की 22 से 23 महिलाओं का ग्रुप शिरूर तालुका के मोराची चिंचोली में घूमने के लिए गया। मोराची चिंचोली से जब सब वापस आ रहे थे तभी अचानक यह घटना हुई। उसके बाद योगिता खुद बस चलाकर अगले गांव तक लेकर आई। वहां ड्राइवर का इलाज किया गया। इस परिस्थिति में जिस तरह से योगिता ने जिस तरह से बस की कमान संभालकर ड्राइवर और दूसरी महिलाओं की जान बचाई वह सही मायने में प्रशंसनीय है।
#Pune woman drives the bus to take the driver to hospital after he suffered a seizure (fit) on their return journey. #Maharashtra pic.twitter.com/Ad4UgrEaQg
— Ali shaikh (@alishaikh3310) January 14, 2022
कभी बस नहीं चलाई, फिर संभाला स्टेरिंग
Salute to Nari Shakti यह कमाल करने वाली योगिता का कहना है कि उसने कभी कोई भी बस नहीं चलाई है, लेकिन ड्राइव करना सीखा है। कार सीखते वक्त उसे बस की ट्रेनिंग भी ली हुई थी। महिला ने बताया कि जैसे ही ड्राइवर की आंखें बंद हुईं और बस को खाई में गिरता देख मैंने आनन-फानन में बस का स्टेरिंग संभाल लिया। क्योंकि मैं ऐसा नहीं करती तो शायद सारी सवारी के प्राण संकट में पड़ सकते थे। किसी तरह मैंने उसने 10 किलोमीटर तक बस चला कर इसमें सवार सभी लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। फिर ड्राइवर को भी हॉस्पिटल तक लेकर गई।
आसपास के लोग महिला को घर जाकर कर रहे सम्मानित
वाघोली गांव की पूर्व सरपंच जयश्री सातव पाटिल ने अपनी सहयोगी और पिकनिक की आयोजक आशा वाघमारे के साथ योगिता सातव के घर जाकर उसका सम्मान किया। इस मौके पर जयश्री सातव ने कहा कि फोर व्हीलर बहुत सी महिलाएं चलाती हैं, लेकिन गंभीर परिस्थिति में बस चलाने का काम वाघोली की योगिता सातव ने बहुत हिम्मत से किया है।
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