कानपुर (उप्र) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर ( kanpur) में एक हैरान कर देने वाली घटना हुई है। दरअसल यहां एक शख्स ने अपने तीन साल के बेटे को बिस्तर में पेशाब करने पर पीट-पीटकर मार डाला। बच्चे की मां और मामा ने पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद बुधवार शाम आरोपी पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पिता बेटे के शव को लेकर हमीरपुर भाग गया था। उसे हमीरपुर पुलिस ने हिरासत में लिया और बाद में उसे कानपुर पुलिस को सौंप दिया गया। आरोपी पर 302 (हत्या) सहित आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि लड़के के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कानपुर नगर के एसपी (ग्रामीण) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आरोपी संतराज ईंट-भट्ठा मजदूर है। बेटे की की हत्या करने के बाद उसने धमकाते हुए पत्नी और दोनों बेटियों को न रोने और किसी को घटना के बारे में न बताने को कहा था। पुलिस से बचने के लिए वह अपने बेटे के शव और परिवार के साथ हमीरपुर जिले के चानी गांव भाग गया।
मासूम को तब तक पीटा जब तक उसकी मौत ना हो गई
पुलिस अधिकारी ने कहा, “संतराज ने अपने साथ सो रहे बच्चे रवींद्र को गुस्से में इसलिए मार डाला, क्योंकि उसने मंगलवार की रात बिस्तर गीला कर दिया था। उसने बाकी बच्चों और पत्नी के सामने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जबकि मां बच्चे के लिए दया की भीख मांगती रही, लेकिन चांडाल बाप नहीं रुका। वह बच्चे को तब तक पीटता रहा, जब तक वह मर न गया। इसके बाद वह शव को लेकर फरार हो गया।”
परिवार हमीरपुर का रहने वाला है
हमीरपुर जिले के छानी खुर्द में रहने वाले संतराम प्रजापति एक मजदूर के रूप में काम करता है। परिवार में पत्नी अनीता, दो बेटियां अंजना और खुशी नाम की दो बेटियां भी है। रविंद्र आरोपी का इकलौता बेटा रवींद्र (3 वर्ष) शामिल थे। संतराम कुछ दिन पहले घाटमपुर आया था, जो हथरुआ गाँव के पास एक ईंट के भट्टे में काम करता था। वह भट्टे पर एक कच्चे घर में परिवार के साथ रहता था।
भाई को पिटता देख बहनों का कांप उठा कलेजा
अनीता ने कहा कि मंगलवार की सुबह, उनके बेटे रविंद्र ने अपने पिता के बिस्तर में पेशाब किया, जिससे संतराम की नींद टूट गई। वह इतना परेशान हो गया कि उसने अपने बेटे को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। रोने की आवाज़ ने सोती हुई बेटियों की नींद को भी विचलित कर दिया और वह अपने भाई को बचाने के लिए अपने पिता से भीख माँगने लगी। संतराम ने बेटियों की भी पिटाई शुरू कर दी। अनीता ने अपने बेटे को बचाने की कोशिश भी की लेकिन वह उसका पति मासूम को जानवर को पीट रहा था। मासूम भाई-बेटे को जानवरों को तरह पिटता देख मां और बहनों का कलेंजा कांप उठा।
आरोपी बैग में शव लेकर गांव गया
मौत के बाद, संतराम ने पूरे परिवार को एक लोडर में डाल दिया और लाश को एक बैग में ले लिया और गांव के लिए रवाना हो गया। उसने धमकी दी कि अगर घर के बाहर उसके बेटे की हत्या की बात फैलेगी तो वह परिवार को मार देगा। मौका देखकर पत्नी अनीता ने बुधवार शाम को अपने भाई अजय को फोन पर बताया। भाई अजय ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गाँव में पहुँचकर आरोपी संतराम को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट की और घटना की सूचना हमीरपुर पुलिस को दी। हमीरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और संतराम को गिरफ्तार कर घाटमपुर पुलिस को सौंप दिया। संतराम हत्या के आरोप में जेल जा चुका है।