फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बड़ी आपराधिक वारदात सामने आई है। यहां रेप पीड़िता को फिर से अगवा किया गया। परिजनों के मुताबिक सोमवार की दोपहर करीब एक बजे घटना को अंजाम दिया गया। जब पीड़िता खेत में शौच के लिए जा रही थी। इस दौरान बाकी परिजन खेत में ही काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टवेरा गाड़ी सवार अपहर्ताओं ने जबरन उनकी बेटी को उठा लिया। अपहर्ताओं ने घटना को अंजाम देते वक्त परिजनों के साथ गाली गलौज भी की। जब तक पीड़िता को बचाने की कवायद हो पाती, टवेरा गाड़ी से सभी बदमाश रफुचक्कर हो गए।
मामले में पीड़िता के परिवारवालों ने तत्काल थाने को खबर दी। अपराध की गंभीरता को समझते हुए पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू हो गई है। सीसीटीवी कैमरे की मदद से बदमाशों की पहचान की कोशिश की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अपहर्ताओं में एक महिला भी शामिल है जिसका नाम मीना देवी बताया जाता है। परिवार वालों ने घटना को अंजाम देने के पीछे कुलदीप लोधी और जयसिंह का नाम लिया है।
सदर कोतवाली इलाके में घटी इस घटना से इलाके में सनसनी है और पुलिस पर वारदात के उद्भेदन का दबाव है। पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को इससे पहले 7 अक्टूबर 2019 को अगवा किया गया था। इस बारे में सदर कोतवाली में ही मामला दर्ज है। पहले के अपहरण मामले में कोर्ट में पीड़िता का धारा 164 के तहत बयान रिकॉर्ड किया था। तब पीड़िता ने उनके साथ जबरन यौन संबंध की पुष्टि की थी, मामला नाबालिग से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रेप और पॉक्सो की धाराएं भी जोड़ दी थी।
पुलिस अधीक्षक ने घटना के बारे में दी जानकारी
एसपी प्रशांत वर्मा ने प्रेस को बताया कि जनपद फतेहपुर थाना कोतवाली क्षेत्र में पीड़िता के पिता ने तहरीर दी है कि उनकी बेटी का अपहरण कुलदीप लोधी ने भाई-भाभी और अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर किया है। इस बारे में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि साल 2019 में भी पीड़ित शख्स ने इसी तरह के मामले में तहरीर दी थी। पुराने मामले में आरोप लगाया गया था कि कुलदीप लोधी ने उनकी नाबालिग बेटी को बहला फुसलाकर ले भगाया।
हालांकि कोर्ट में 164 के तहत दर्ज बयान में पीड़ित पिता पलट गए थे और कहा था कि उनकी बेटी अपनी मर्जी से कुलदीप लोधी के साथ गई थी। साथ ही उन दोनों की शादी हो चुकी है। चूंकि लड़की नाबालिग थी, लिहाजा केस को खत्म नहीं किया गया और आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर लिया गया। पुलिस की नई चार्जशीट पर अभी अंतिम सुनवाई होनी बाकी है। वहीं इलाके में दबंगों की हरकत ने लोगों को खौफ में ला दिया है। पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द आरोपियों को धर दबोचा जाय ताकि लोगों में पुलिस के प्रति भरोसा कायम हो सके।