बेंगलुरू: विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं को नौकरी का लालच देकर उन्हें पहले अकेले एक सुनसान जगह ले जाया जाता. इसके बाद उनके कपड़े उतरवाकर वीडियो (obscene videos) बना ली जाती. इसके बाद शुरू होता था उनसे ब्लैकमेलिंग का खेल. मामला बेंगलुरु का है. जहां इन महिलाओं को धमकाकर उनसे जबरन वसूली करने और उनका नग्न वीडियो बनाने, मारपीट, ब्लैकमेल करने के मामले में एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है.
आर्थिक सहायता और नौकरी का वादा
पुलिस के अनुसार, एक महिला सहित आरोपियों ने पीड़ितों को आर्थिक सहायता और नौकरी दिलाने के बहाने उन्हें निशाना बनाया. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान तुमकुरु जिले के कुनिगल तालुक के चिक्कागोलाराहट्टी निवासी रवि, उसकी पत्नी मंगला, श्रीनिवास और शिवकुमार के रूप में हुई है. श्रीनिवास और शिवकुमार भाई हैं और एक गैस एजेंसी में काम करते हैं.
यूं फंसाते जाल में
आरोपियों ने विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और उन लोगों की भी पहचान की जो अपने साथियों से अलग रह रहे थे. मंगला उनसे संपर्क करते थे और उनका विवरण एकत्र करने के बाद उन्हें सहायता की पेशकश करते थे, उनसे सहानुभूति रखते हुए फोन पर उनसे बात करते थे और विश्वास हासिल करते थे.
फिर शुरू होता गंदा खेल
एक बार जब पीड़ितों को लालच दिया गया, तो उसने उन्हें नौकरी दिलाने का आश्वासन देकर किसी जगह पर बुलाया जाता था. आरोपी उनका अपहरण कर सुनसान जगहों पर ले जाते थे, जिसके बाद वे महिलाओं को हथियार दिखाकर और धमकी देकर कपड़े उतारने को कहते थे. पीड़िताओं ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई और उनका न्यूड वीडियो बना लिया गया. बाद में आरोपियों ने उन्हें नग्न वीडियो वायरल करने की धमकी दी और उनसे पैसे और सोना वसूल किया.
आठ महिलाओं को प्रताड़ित किया
पुलिस ने 1.20 लाख रुपये मूल्य का सोना, 70,000 रुपये नकद, साथ ही अपराध करने के लिए इस्तेमाल की गई कार और हथियार जब्त किए हैं. जांच में पता चला है कि आरोपियों ने आठ महिलाओं को प्रताड़ित किया था. हालांकि, पीड़ितों ने परिणाम के डर से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई. खैर महालक्ष्मी लेआउट थाने की सीमा से अगवा की गईं पीड़िताओं में से एक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
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