
Nana Patekar नाना पाटेकर और अनिल कपूर की जोड़ी वाली फिल्म ‘वेलकम’ का तीसरा पार्ट ‘वेलकम टू द जंगल’ का टीजर सामने आ चुका है। लेकिन इस पार्ट में उदय भाई यानी नाना पाटेकर नजर नहीं आने वाले हैं। इसके साथ ही अनिल कपूर भी अब इस फिल्म का हिस्सा नहीं है। दोनों को इस बार कास्ट नहीं किया गया है। पाटेकर और कपूर को संजय दत्त और अरशद वारसी रिप्लेस करने वाले हैं।
Nana Patekar भले ही इस फिल्म का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन वह विवेक अग्निहोत्री की अपकमिंग फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ में अहम भूमिका निभा रहे हैं। मंगलवार को इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया गया है और इस इवेंट के दौरान नाना पाटेकर ने दिल खोलकर बात की। ‘वेलकम टू द जंगल’ में कास्ट न होने को लेकर उन्होंने कहा, “हो सकता है कि मैं बहुत बूढ़ा और थका हुआ हो गया हूं और इसीलिए उन्होंने मुझे वेलकम 3 के लिए कास्ट नहीं किया। हो सकता है, ‘द वैक्सीन वॉर’ के निर्माताओं को मेरे बारे में ऐसा महसूस न हो और इसीलिए उन्होंने मुझे इसमें लिया है। बस ये ही बात है।”
Nana Patekar ‘वेलकम टू द जंगल’ में कास्ट न होने पर एक्टर ने कहा,”यदि आप अच्छा काम करना चाहते हैं तो इंडस्ट्री आपके लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं करेगी। यदि आप कड़ी मेहनत करते रहना चाहते हैं तो लोग आपके पास आते रहेंगे और आपको रोल ऑफर करते रहेंगे। यदि आप कोई भूमिका करना चाहते हैं तो आपको यह समझना होगा।” इसके अलावा उन्होंने कहा,”मैं हर फिल्म को अपने पहले और आखिरी मौके के तौर पर देखता हूं। हर किसी को मौका मिलता है, यह उन पर निर्भर करता है कि आप ऐसा करना चाहते हैं या नहीं।”
नेपोटिज्म पर कह डाली बड़ी बात
Nana Patekar नाना पाटेकर इस इवेंट में न केवल Welcome के तीसरे पार्ट के बारे में बात की, बल्कि बॉलीवुड को लेकर भी कई कटाक्ष किए। उन्होंने नेपोटिज्म का जिक्र करते हुए नेपो किड्स पर भी बड़ी बात कह डाली। उन्होंने कहा,”अब मैं एक्टर हूं। कल को मैं अपने बेटे को एक्टर बनाना चाहता हूं। उसकी औकात हो न हो। लेकिन मैं थोपना चाहता हूं आपके ऊपर। एक फिल्म गिर जाएगी, फिर दो और ऐसे करके 10 फिल्में होंगी, जिसके बाद उसकी बुराइयां आपको कम आने लगती हैं। और आहिस्ता-आहिस्ता आप उसे अपनाने लगते हो। और एक दिन वो हमारे सिर पर बैठता है।”
Nana Patekar
Nana Patekar “ऐसा आज का चित्र है हमारे यहां। तो कुछ ऐसी घिनौनी फिल्म है हमारे यहां, जो हमें देखने पर मजबूर करते हैं। लेकिन हमें लगता है कि नहीं यही अच्छी फिल्म है। उसमें अगर द वैक्सीन वॉर जैसी फिल्म आती है तो पता चलता है कि नहीं यार। दो फिल्मों में फर्क है।”