Nana Patekar “ऐसा आज का चित्र है हमारे यहां। तो कुछ ऐसी घिनौनी फिल्म है हमारे यहां, जो हमें देखने पर मजबूर करते हैं। लेकिन हमें लगता है कि नहीं यही अच्छी फिल्म है। उसमें अगर द वैक्सीन वॉर जैसी फिल्म आती है तो पता चलता है कि नहीं यार। दो फिल्मों में फर्क है।”