बिलासपुर: Unique story of goddess didneshwari देवी के अनेक रूप हैं. मां भगवती विभिन्न अवतारों में भक्तों का उद्धार करती हैं. माता रानी का एक ऐसा ही स्वरूप सैकड़ों साल पुराने मल्हार के मंदिर स्थापित है. यहां देवी की मूर्ति शुद्ध काले ग्रेनाइट पत्थर से बनी हुई है. जिसे जो भी देखता है, वह आश्चर्यचकित हो जाता है. शुद्ध काले ग्रेनाइट से बनी माता डिडनेश्वरी की यह मूर्ति कई तरीके से खास है. यह सैकड़ों वर्ष पुरानी है.

Unique story of goddess didneshwari ऐसा बताया जाता है कि इस मूर्ति से एक खास तरह की ध्वनि निकलती है, जिसे लोग माता रानी का चमत्कार बताते हैं. यही वजह है कि लोगों की इस मंदिर को लेकर खास श्रद्धा है, जो भी भक्त सच्चे मन से मन्नत लेकर यहां आता है उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है.
पुरातत्व की दृष्टि से अहम है मल्हार
Unique story of goddess didneshwari बिलासपुर के पास स्थित मल्हार गांव पुरातात्विक दृष्टि से काफी अहमियत रखता है. यहां समय के साथ कई प्राचीन मूर्तियां और मंदिरों के अवशेष मिले हैं, जो आज यहां बिखरे पड़े हैं. देख-रेख के अभाव में मल्हार में मिले ये प्राचीन अवशेष आज क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.
Unique story of goddess didneshwari अन्य राज्यों से भी आते हैं भक्तजन
Unique story of goddess didneshwari मल्हार में लोगों का जमावड़ा साल भर लगा रहता है. छत्तीसगढ़ के साथ-साथ आसपास के राज्यों से भी भक्त और पर्यटक यहां पहुंचते हैं. मल्हार में मिले प्राचीन अवशेष, यहां स्थित डिडनेश्वरी मंदिर और शिव मंदिर इस प्राचीन पुरातात्विक स्थल के खास आकर्षण हैं. नवरात्रि में यहां की रौनक देखते ही बनती है. दूर- दूर से भक्त अपनी मन्नत लेकर माता के दर पर आते हैं. मां को लाल फूल अर्पित कर अपनी अर्जी लगाते हैं.