सरकारी स्कूल में सिर्फ दो टीचर, फिर भी बच्चे अंग्रेजी में करते हैं बात; सुविधाओं के मामले में प्राइवेट स्कूल फेल

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देवरिया,उत्तर प्रदेश:Children of govt schools talk in English:  उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक ऐसा सरकारी स्कूल है जहां के बच्चे अंग्रेजी में बात करते हैं. जब आप स्कूल जाएंगे तो हैरत में पड़ जाएंगे यह सरकारी है या प्राइवेट स्कूल. स्कूल में सुविधाओं को देखकर यह नहीं लगता सरकारी स्कूल है लेकिन सच्चाई यही है कि यह सरकारी स्कूल जो प्राइवेट स्कूल से किसी मामले में कम नहीं है. यह सब संभव हो पाया स्कूल के हेड मास्टर शत्रुघ्न मणि त्रिपाठी की वजह से. उनकी ईमानदार सोच ने स्कूल की दिशा और दशा दोनों बदल दी. यह स्कूल देवरिया सदर ब्लॉक के शाहपुर में पड़ता है. पार्वती पूर्व प्राथमिक विद्यालय के नाम से जाने वाले इस स्कूल के चारों तरफ हरियाली है. कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. शानदार बेंच की व्यवस्था है और खेलने के लिए बढ़िया ग्राउंड, लाइब्रेरी,शौचालय,पीने पानी के लिए आरो की व्यवस्था है. अनुशासित क्लास स्कूल की पहचान है.

यह अंग्रेजी हिंदी माध्यम स्कूल है. सरकारी अधिकारियों के उदासीनता के कारण पिछले दो वर्षों से स्कूल में मात्र एक हेड मास्टर और एक शिक्षामित्र हैं. स्कूल में 150 से अधिक बच्चे हैं.शिक्षकों की कमी के चलते स्कूल में बच्चों की पढ़ाई लिखाई बाधित हो रही है. जब जी मीडिया की टीम स्कूल में पहुंची तो देखा कि पूरे स्कूल में हरियाली थी. क्लास में महापुरुषों की तस्वीर लगी हुई थी और जिस क्लास में टीचर नहीं थे. उस क्ला में बच्चे अन्य बच्चों को पढ़ा रहे थे. जब जी मीडिया की टीम कुछ छात्राओं से बात की तो पता चला कि उन्हें अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान है. छात्र-छात्राएं अंग्रेजी में बात करते हैं. छात्रों को सामान्य ज्ञान की अच्छी जानकारी है. एक छात्रा ने प्रदेश के सभी 75 जिलों का नाम कुछ सेकंड में ही बता दिया.

Children of govt schools talk in English : यहां के ग्राम प्रधान का कहना है कि यह हमारे क्षेत्र का आदर्श प्राथमिक स्कूल है जो प्राइवेट स्कूलों को मात देता है. वही हेडमास्टर सत्रुघ्न मणि का कहना है कि लोग मंदिर जाते हैं मैं अपने स्कूल को ही मंदिर मानता हूं. उन्होंने कहा कि स्कूल में दो साल से शिक्षकों की कमी है. वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि विगत 27 तारीख को शासनादेश जारी हुआ है. वहां शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाएगा.

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